झारखंड के धनबाद जिले के कतरास में शुक्रवार (6 सितंबर) को हुए भीषण भूस्खलन के बाद एक वैन 150 फुट गहरी खुली खदान में जा गिरी. इस हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. हादसे के बाद शुक्रवार को गोताखोर दल ने तीन शवों को पानी से बाहर निकाला था. वहीं कल शुक्रवार को 4 शव निकाले गये. मृतकों के परिजनों को 36 लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति बनी है.
यह घटना रामकनाली थाना क्षेत्र स्थित भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) एरिया-4 की एक खदान में हुई, जहां भूस्खलन के कारण न सिर्फ वैन खदान में गिरी बल्कि उसके पास बने कई घर और अस्थायी ढांचे भी ढह गए हैं.
6 शवों की हुई पहचान, एक अज्ञात
हादसे के बाद शुक्रवार को गोताखोर दल ने तीन शवों को पानी से बाहर निकाला था. वहीं कल शनिवार को बचाव टीम ने पहला शव दिन के 11 बजे पैच के पोखरिया (तालाब) से निकाला. वहीं दो अन्य शवों को जो गहरी खाई में फंसे थे, जिन्हें काफी मशक्कत के बाद दोपहर 3:30 बजे के बाद निकाला जा सका. बचाव दल ने पत्थर में दबे शवों को भी रस्सी के सहारे निकाला. बरामद शवों में 6 की पहचान कर ली गयी है, जबकि एक अज्ञात है. उसके पहचान की कोशिश जारी है. बरामद शवों की पहचान आउटसोर्स के कर्मी अमन सिंह, गयासुर दास, राहुल रवानी, रूपक महतो, स्वरूप गोप व अमित बगाल के रूप में हुई हैं.
मृतकों के परिजनों को 36 लाख रुपये मुआवजा
रेस्क्यू अभियान के बीच बीसीसीएल, आउटसोर्सिंग कंपनी, प्रशासन, पीड़ित परिजन और मजदूर नेताओं के बीच समझौता वार्ता हुई, जिसमें सभी मृतकों के परिजनों को सभी मद मिला कर 36 लाख रुपये मुआवजे पर सहमति बनी. इसके बाद परिजनों ने शव उठने दिया. दो शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया था, जबकि अन्य चार शव एसएनएमएमसीएच व बीसीएल के अस्पताल के शवगृह में रखे गये हैं।
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खदान की गहराई के कारण रेस्क्यू में परेशानी
Dhanbad Landslide के कटरा महाप्रबंधक राजकुमार अग्रवाल ने जानकारी दी कि बचाव दल लगातार घटना स्थल पर तैनात रहा. उन्होंने बताया, “बचाव अभियान के दौरान कुल 7 शव बरामद किए गए. 5 सितंबर को 4 शव निकाले गए थे और 6 सितंबर को 3 और शव निकाले गए हैं.” राहत और बचाव कार्य को और तेज करने के लिए 6 सितंबर को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की एक टीम भी तैनात की गई थी. खदान की गहराई और मलबे के कारण स्थानीय प्रशासन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।