उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम के कारण 1 सितंबर से 5 सितंबर तक स्थगित की गई चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra 2025) को फिर से शुरू कर दिया गया है। सरकार ने आदेश जारी कर 6 सितंबर 2025 से यात्रा संचालन की अनुमति दी है। शुरुआती चरण में केवल बद्रीनाथ धाम (Badrinath Yatra 2025) और केदारनाथ धाम (Kedarnath Yatra 2025) के लिए यात्रा खोली गई है।
बारिश और भूस्खलन के कारण लगी थी रोक
उत्तराखंड में बीते दिनों भारी बारिश (Uttarakhand Heavy Rain 2025) और भूस्खलन की वजह से कई रास्ते बाधित हो गए थे। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गढ़वाल कमिश्नर ने 1 सितंबर से 5 सितंबर तक यात्रा पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था।
तिथि यात्रा की स्थिति
1 सितंबर 2025 चारधाम यात्रा स्थगित
2–5 सितंबर 2025 यात्रा रोक जारी
6 सितंबर 2025 बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के लिए यात्रा शुरू
यात्रियों में खुशी की लहर
सरकार के आदेश के बाद से ऋषिकेश में डटे यात्रियों में खुशी की लहर दौड़ गई। 200 से अधिक श्रद्धालुओं ने पहले ही चारधाम यात्रा पंजीकरण (Char Dham Yatra Registration 2025) कर लिया है। जैसे ही रोक हटाई गई, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया दोबारा शुरू कर दी गई।
200 से अधिक यात्री पहले ही रजिस्ट्रेशन करा चुके थे
नए श्रद्धालु भी रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं
सुबह से ही यात्री बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम की ओर रवाना हुए
प्रशासन का बयान और सुरक्षा व्यवस्था
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि भारी बारिश से कई जगह मलबा और भूस्खलन आने की वजह से मार्ग बंद हो रहे थे। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसी कारण अस्थायी रोक लगाई गई थी। उन्होंने अपील की है कि यात्री मौसम विभाग (IMD Uttarakhand Weather Alert 2025) की चेतावनी और प्रशासन की एडवाइजरी का पालन करें।
केवल बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के लिए यात्रा
अभी फिलहाल गंगोत्री (Gangotri Yatra 2025) और यमुनोत्री (Yamunotri Yatra 2025) धामों के लिए यात्रा पूरी तरह शुरू नहीं की गई है। स्थानीय परिस्थितियों और मौसम को देखते हुए जिलाधिकारी आगे निर्णय लेंगे।
चारधाम यात्रा 2025 पंजीकरण प्रक्रिया
चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन 2025 (Char Dham Yatra Online Registration 2025) अनिवार्य है। यात्री यात्रा शुरू करने से पहले पंजीकरण करवा सकते हैं।
धाम स्थिति
बद्रीनाथ यात्रा शुरू
केदारनाथ यात्रा शुरू
गंगोत्री अभी स्थगित
यमुनोत्री अभी स्थगित
निष्कर्ष