छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं को सितंबर में बड़ा झटका लगने वाला है। अभी तक 400 यूनिट तक की खपत पर सीधे पचास प्रतिशत की छूट मिल रही थी। यानी आधा बिल आता था, लेकिन अब सरकार ने एक अगस्त से (बिजली बिल हॉफ योजना) इस छूट को समाप्त कर दिया है, जिसका असर सितंबर 2025 में आने वाले बिजली बिल में देखने का मिलेगा।
400 यूनिट तक मिल रही थी छूट
यहां बता दें, छत्तीसगढ़ के रहवासियों को बीते 6 साल 5 महीने से बिजली उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक की खपत पर सीधे पचास प्रतिशत की छूट मिल रही थी। उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 558 से 1223 रुपए ज्यादा बिजली बिल का पेमेंट करना होगा।
उपभोक्ताओं को 558 से 1223 रुपए तक की छूट थी
राज्य सरकार द्वारा 1 मार्च 2019 से घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को हर महीने 400 यूनिट तक बिजली की खपत करने पर सीधे 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही थी। इस छूट का लाभ कम यूनिट से अधिक यूनिट तक खपत करने वाले सभी उपभोक्ताओं को मिल रहा था। इसमें 400 यूनिट से अधिक खपत करने वाले उपभोक्ताओं को भी चार सौ यूनिट तक आधी छूट मिलती थी।
वहीं 400 यूनिट से अधिक की खपत की बिलिंग पूरे दर से की जाती थी। इस छूट के बाद उपभोक्ताओं के मासिक बिजली बिल में 558 रुपए से 1223 रुपए तक की छूट मिलती थी। इससे उनको बड़ी राहत मिल रही थी। यह छूट अगले माह यानी सितंबर से समाप्त हो रही है।
बिजली बिल हॉफ योजना बंद
प्रदेश सरकार ने एक अगस्त से बिजली बिल हॉफ योजना को बंद करने का फैसला लिया है। घरेलू उपभोक्ताओं को उसका लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए अगस्त पेड सितंबर के बिजली बिल में लोगों को पहले मिलने वाले बिजली बिल का दोगुना बिल मिलेगा। जो उनके महीने का बजट बिगाड़ने वाला होगा।
अब 100 यूनिट से कम वालों का बिल होगा हाफ
जिसका सीधा असर गरीब और मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। उनको प्रतिमाह खपत के हिसाब से 558 से 1223 रुपए अधिक बिजली बिल का पेमेंट करना होगा। वहीं राज्य सरकार द्वारा 100 यूनिट से कम खपत करने वाले उपभोक्ताओं को ही पचास प्रतिशत छूट का लाभ देने की घोषणा की गई है।
खपत के हिसाब से कितना पड़ेगा भार
यूनिट खपत कुल बिल (₹) पहले की छूट (₹) छूट के बाद बिल (₹) अब बिल (₹) अतिरिक्त भार (₹)
0–100 592 296 296 296 0
0–200 1115 557 558 1115 557
0–300 2113 890 1223 2113 890
0–400 3669 1223 2446 3669 1223
0–500 4451 1223 3228 4451 1223
0–600 5233 1223 4010 5233 1223
उपभोक्ताओं को लगेगा तिहरा झटका
सितंबर माह में उपभोक्ताओं को बिजली बिल के मामले में तिहरा प्रहार झेलना पड़ सकता है। अगस्त में उसम भरी गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों ने कूलर और एसी का खूब उपयोग किया। जिससे खपत बढ़ गई। वहीं सरकार ने एक जुलाई से बिजली दर में वृद्धि कर दी है। इसलिए उपभोक्ताओं को 14 पैसे प्रति यूनिट अधिक बिल का भुगतान करना पड़ रहा है। एक अगस्त से बिजली बिल हॉफ योजना को बंद कर दिया गया है। जिसका सीधा असर हजारों घरेलू उपभोक्ताओं पर पड़ने वाला है।
100 यूनिट में सब्सिडी, खपत करने वाले कम
बिलासपुर सिटी सर्किल के दोनों डिवीजन में घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या 91,648 है। सभी को पहले 50 प्रतिशत छूट का लाभ मिल रहा था। जो एक अगस्त से बंद हो गया है। शासन ने सिर्फ 100 यूनिट और उससे कम खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को ही बिजली बिल हॉफ योजना का लाभ देने का निर्णय लिया गया है। शहरी क्षेत्र में आजकल सौ यूनिट से कम खपत करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या काफी कम है। इसलिए योजना का लाभ बहुत कम लोगों को मिल सकेगा।