नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार मिल रही सफलताओं की कड़ी में सुरक्षा बलों और सरकार को एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बीजापुर जिले के पामेड़ और गंगालूर थाना क्षेत्र से सक्रिय 8 नक्सलियों ने तेलंगाना के कोत्तागुडम में पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। ये सभी माओवादी संगठन के मिलिशिया और अन्य इकाइयों से जुड़े हुए थे
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली वर्षों से संगठन से जुड़े थे और विभिन्न माओवादी गतिविधियों में संलिप्त थे। लेकिन अब वे हिंसा और उग्रवाद का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौट आए हैं। पुलिस के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली बीजापुर जिले के निवासी हैं और लंबे समय से जंगलों में सक्रिय थे।
इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण के दौरान बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों, पुनर्वास योजनाओं और आत्मसमर्पण नीति से वे प्रभावित हुए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों में किए जा रहे विकास कार्यों और माओवादी संगठनों से जुड़े युवाओं के पुनर्वास के प्रयासों का यह सकारात्मक परिणाम है।
“बीजापुर में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण क्यों किया?”
उत्तर: सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों, पुनर्वास योजनाओं और आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 8 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
ल: ये सभी नक्सली बीजापुर जिले के पामेड़ और गंगालूर क्षेत्र से संबंधित हैं और माओवादी संगठन की मिलिशिया इकाई में सक्रिय थे।
“नक्सलियों का आत्मसमर्पण कहां हुआ?”
इन नक्सलियों ने तेलंगाना के कोत्तागुडम में पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया