बलरामपुर, 25 अगस्त 2025
नशा मुक्त भारत अभियान के 5वीं वर्षगांठ पर जागरूकता लाने जिले में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है इसी कड़ी में जिला मुख्यालय स्थित नशा मुक्ति केंद्र में विशेष स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। चिकित्सकों की टीम ने उपचाराधीन लोगों का संपूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण किया और उन्हें बेहतर जीवन जीने हेतु परामर्श भी दिया। चिकित्सकों ने बताया कि नशा करने वाले लोगों में पाचन तंत्र, हृदय और लिवर पर सर्वाधिक असर पड़ता है। इसलिए नशीले पदार्थों से दुरी बनानी चाहिए।
शिविर में उपस्थित कई मरीजों ने अपने अनुभव साझा किए। मरीजों ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र का माहौल और यहाँ दी जा रही चिकित्सा सेवा उन्हें घर जैसा अहसास कराती है। यहाँ हमें सिर्फ दवा ही नहीं, बल्कि मार्गदर्शन भी मिलता है। एक मरीज ने कहा, मैं कई सालों से शराब के सेवन का आदी था। परिवार और समाज से दूर हो गया था। लेकिन यहाँ आकर उपचार के साथ-साथ नियमित स्वास्थ्य परीक्षण से मुझे आत्मविश्वास मिला है। अब मुझे लगता है कि मैं पूरी तरह नशा छोड़कर सामान्य जीवन जी सकता हूँ।
नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने बताया कि यह केंद्र अगस्त 2022 से संचालित है और इस केंद्र से अब तक लगभग 300 से अधिक नशा पीड़ित ठीक होकर बेहतर जीवन व्यतीत कर रहे हैं। वर्तमान में 15 बिस्तरीय इस केंद्र में 10 लोग भर्ती है। जिनका समय-समय पर काउंसलिंग भी किया जाता है। साथ दैनिक दिनचर्या अनुसार विभिन्न गतिविधियां भी कराई जाती है।
उल्लेखनीय है कि नशा सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। इसीलिए शासन-प्रशासन नशा मुक्ति जैसे कार्यक्रम को प्राथमिकता से लेते हुए प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसी क्रम में नशामुक्ति केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण के माध्यम से सुनिश्चित किया जा रहा हैं कि मरीजों को न केवल नशा छोड़ने में मदद मिले, बल्कि वे शारीरिक और मानसिक रूप से भी स्वस्थ हों।