रायपुर, 23 जुलाई 2025
प्रधानमंत्री आवास योजना न केवल लक्ष्यों को पक्के आवास का सपना साकार कर रही है, बल्कि इसके माध्यम से स्व-सहायता समूह की महिलाओं को भी रोजगार प्राप्त हो रहा है। यह योजना आज सुरक्षित, स्थिर और सुदृढ़ जीवन के साथ-साथ आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम बनी है।
हर व्यक्ति का यही सपना होता है कि उसका खुद का मकान पक्का हो। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) इस सपने को साकार करने में सहायक बन रही है। प्रदेश में लाखों परिवारों को यह योजना से आशियाना प्राप्त हुआ है, जहां वे अपने परिजनों के साथ सुख-असंतोष जीवन व्यतीत कर रहे हैं। सरगुजा जिले में भी बड़ी संख्या में लोगों को आवास की सुविधा मिली हुई है, वहीं आवास निर्माण में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई है, इसमें उत्पाद का उपयोग करने का साधन बनाया गया है।
आवास निर्माण में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति, निर्माण में सामुद्रिक सामग्री और स्थानीय स्तर के संसाधनों में महिलाओं की भूमिका अहम रही है। जिले की 281 महिलाओं द्वारा स्वयं मकान का निर्माण कराया जा रहा है। जिसका उपयोग आवास सहित अन्य निर्माण कार्यों में हो रहा है। 413 महिला बैंक और समूह ऋण के माध्यम से सेंट्रिंग प्लेट्स किराए पर लेने का व्यवसाय कर रही हैं। 9 महिला परिवार सहायता और समूह से प्राप्त लोन कर डिप्लॉयर मशीन को किराए पर लेकर चल रही हैं। 6 महिलाओं द्वारा चयनित, गिट्टी, सरिया आदि निर्मित सामग्री ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध करायी जा रही है। इससे महिलाओं को नियमित आय प्राप्त हो रही है। जिले की 465 महिलाएं अब तक ‘लखपति बहन क्लब’ में शामिल हो चुकी हैं। लखपति दीदियों की संख्या में रोज गायब हो रही है।
आवास योजना के हितग्राहियों को अब ग्राम पंचायत स्तर पर निर्माण हेतु आवश्यक सामग्री सहज रूप में उपलब्ध हो रही है। इससे न केवल निर्माण कार्य की गति अधिक है, बल्कि परिवहन लागत में भी कमी आई है। स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने प्रधानमंत्री आवास योजना को अपने जीवन में लाने वाले माध्यम से बताया। उन्होंने कहा कि यह योजना उन्हें रोजगार का एक अटलांटिक अवसर प्रदान करती है, जिससे वे न केवल आत्मनिर्भर बन पाते हैं, बल्कि अपने परिवार के आर्थिक विकास में भी योगदान दे पाते हैं। महिलाओं ने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री एवं श्री विष्णुदेव साय के प्रति लाॅकडाउन आर, 23 जुलाई 2025