रायपुर, 05 सितंबर 2025
शिक्षक-शिक्षिकाओं को शॉल श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया सम्मानित
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप आज नारायणपुर जिले में आयोजित मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह एवं छत्तीसगढ़ रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। वन मंत्री श्री कश्यप ने शिक्षक दिवस के अवसर पर एजी आडोटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में सेवानिवृत शिक्षकों को शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा की डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस 5 सितम्बर के अवसर पर पूरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। गुरूजनों के आदर्शाे का सम्मान करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलकर भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए हमें कठिन परिश्रम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य बनाने के लिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिससे अपने भविष्य को सफल एवं उज्जवल बनाने के लिए प्राथमिक शालाओं के गुरूजनों के द्वारा बच्चों के भविष्य को बनाने के शिक्षा दी जाती है। उनके शिक्षा को जो बच्चे ग्रहण करते है वे अपने जीवन में सफलता हासिल करते है और अपने मंजील तक पहुंचने में कमयाब होते है। उन्होंने ने कहा कि जिला बने 18 वर्ष हो चुका है अभी और कार्य करने की आवश्यकता है, जिससे हमारे जिले को विकसित जिला बनाने में जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की सहयोगार्थ भावना से कार्य करने की आवश्यकता है। हमारे देश में गुरू परमपरा का देश है, शिक्षक बिना स्वार्थ अपने दयित्वो का निर्वहन करते हुए बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर समाज को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देते है गुरू के बिना जीवन ही अधूरे होती है। उन्होंने ताइक्वाण्डो, मलखम्ब एवं स्केटिंग के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने जिले के प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिले के अंदरूनी क्षेत्रों के 04 विद्यालय जो विभिन्न कारणों से बंद थे, इनका नियद नेल्लनार योजना के तहत् इस वर्ष से पुनः संचालन प्रारंभ किया गया है। जिले मे युक्तियुक्तकरण के पश्चात् 66 शासकीय शालाओ में विषयवार शिक्षको की कमी को पूर्ण करने हेतु 140 अतिथि शिक्षको की स्वीकृति डी.एम.एफ. मद से प्रदान की गई है। जिले में शिक्षा की मुख्य धारा से वंचित बच्चों के लिए ’’स्कूल केइन्ता अभियान’’ के तहत् 24 हजार 701 परिवारों का सर्वे कराया गया है, जिसमें 1 हजार 47 शाला त्यागी एवं 1 हजार 295 शाला अप्रवेषी बच्चों को पुनः शाला में प्रवेश दिलाकर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा हैं। जिले के 84 विद्युत विहिन शालाओं में विद्युतिकरण कराया जा रहा है। जिले के मेधावी बच्चों को जेईई और नीट एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने हेतु जिला मुख्यालय में परियना निःशुल्क आवासीय कोचिंग संस्थान चलाया जा रहा हैं, जिसमें शिक्षा सत्र 2025-26 में 16 विद्यार्थीयों का चयन, जेईई की परीक्षा के माध्यम से विभिन्न प्रतिष्ठित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय में हुआ है। इसी तरह 07 विद्यार्थी नीट परीक्षा के माध्यम से कांऊसलिंग में उत्तीर्ण हुए, इनमें से एक विद्यार्थी शासकीय मेडिकल कॉलेज रायपुर में एमबीबीएस के लिये चयनित हुआ है। जिले में विशेष अभियान चलाकर 26 हजार 101 जाति प्रमाण पत्र, 13 हजार 418 निवास प्रमाण पत्र 11 हजार 806 आय प्रमाण पत्र एवं 5 हजार 222 जन्म प्रमाण पत्र तैयार कर विद्यार्थियों को वितरण किया गया है।
वनमंत्री श्री कश्यप ने जिले के विभिन्न शालाओं में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए 1 करोड़ 25 लाख 18 हजार रुपए के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। वर्ष 2025 के वार्षिक परीक्षा में कस्तुरबा विद्यालय के छात्रा सुमन सलाम के द्वारा 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के लिए उन्हें स्कूटी प्रदाय कर समानित किया गया। एमबीबीएम में चयन होने पर शब्बीर वड्डे को स्मृतिचिन्ह भेंटकर समानित किया गया।
कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम एवं छोटेडोंगर सरपंच श्रीमती संध्या पवार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष इंद्र प्रसाद बघेल, जनपद पंचायत नारायणपुर के अध्यक्ष पिंकी उसेण्डी, जनपद पंचायत ओरछा के अध्यक्ष नरेश कोर्राम जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सदस्य सहित जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि और शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थे।