विप्रो के शेयरों ने लंबी अवधि में शानदार रिटर्न दिया है। करीब 21 साल पहले लगाए गए 1 लाख रुपये आज 4 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गए हैं। यह कमाल कंपनी द्वारा 2004 से अब तक दिए गए 6 बार के बोनस शेयरों के बदौलत संभव हुआ है
शेयर बाजार में लंबी अवधि का नजरिया रखने वाले निवेशक अक्सर तगड़ा रिटर्न हासिल करते हैं। आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) इसका जबरदस्त उदाहरण है। इस कंपनी में अगर किसी निवेशक ने 21 साल पहले सिर्फ 1 लाख रुपये निवेश किये होते, तो आज उनकी वैल्यू 4.58 करोड़ रुपये से भी अधिक हो गई होती।
1 लाख को बनाया 4.58 करोड़ रुपये
30 अप्रैल 2004 को विप्रो के शेयर की कीमत 28.97 रुपये थी। उस समय 1 लाख रुपये निवेश करने पर लगभग 3450 शेयर मिलते। साल 2004 से 2024 के बीच, कंपनी ने 6 बार बोनस शेयर देकर निवेशकों को मालामाल बनाया है। बोनस के चलते इन शेयरों की संख्या बढ़कर 1,84,000 शेयर हो गई। 29 अगस्त 2025 को विप्रो का शेयर बीएसई पर 249.25 रुपये पर बंद हुआ। इस हिसाब से निवेश की वर्तमान वैल्यू 4.58 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यह कैलकुलेशन सिर्फ बोनस शेयरों पर आधारित है। इसमें डिविडेंड और स्टॉक स्प्लिट को शामिल नहीं किया गया है।
इतनी बार दिए बोनस शेयर
दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो ने पिछले दो दशकों में 6 बार बोनस शेयर दिए हैं, जिसमें कंपनी ने जून 2004 में 2:1 के रेशियो से बोनस शेयर बांटे थे। यानी हर 1 शेयर पर 2 बोनस शेयर बांटे थे। वहीं, अगस्त 2005 में 1:1 के अनुपात से मतलब कंपनी ने हर 1 शेयर पर 1 बोनस बांटा था। विप्रो ने जून 2010 में 2:3 के रेशियो, जून 2017 में 1:1 के अनुपात से, मार्च 2019 में 1:3 के अनुपात से बोनस शेयर दिया था। जबकि, विप्रो ने पिछला बोनस शेयर दिसंबर 2024 में 1:1 के रेशियो यानी हर 1 शेयर पर 1 बोनस शेयर बांटा था।
लॉन्ग टर्म निवेश में फायदा
इस हिसाब से विप्रो का प्रदर्शन यह दर्शाता है कि अच्छे स्टॉक्स में समय और भरोसा लगाना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। इस आईटी शेयर ने लॉन्ग टर्म निवेशकों को करोड़पति बना दिया, वो भी सिर्फ बोनस शेयर के दम पर।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
विप्रो ने कितनी बार बोनस शेयर दिए हैं?
उत्तर: 2004 से 2024 के बीच कुल 6 बार बोनस शेयर दिए गए हैं।
लाख रुपये का निवेश इतना कैसे बढ़ा?
उत्तर: बोनस शेयरों की वजह से शेयरों की संख्या कई गुना बढ़ गई, जिससे वैल्यू ₹4.58 करोड़ तक पहुंच गई।
इस कैलकुलेशन में डिविडेंड और स्टॉक स्प्लिट शामिल हैं?
उत्तर: नहीं, यह आंकड़ा सिर्फ बोनस शेयरों पर आधारित है।
क्या लॉन्ग टर्म निवेश से वाकई फायदा होता है?
हां, विप्रो इसका बेहतरीन उदाहरण है जिसने लॉन्ग टर्म निवेशकों को करोड़पति बना दिया।