भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के उरी में एक बार फिर आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया है. सेना और आतंकियों के बीच उत्तरी कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास बुधवार (13 अगस्त) सुबह मुठभेड़ हो गई. इस दौरान एक जवान शहीद हो गया. सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. पिछले 13 दिनों में सेना और आतंकियों के बीच यह तीसरी मुठभेड़ है.
स्वतंत्रता दिवस से पहले पाकिस्तान, भारत की जमीन पर आतंकी साजिश कर सकता है, लेकिन सेना ने उसके नापाक इरादों पर पानी फेर दिया है. सेना ने उरी में आतंकियों को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है. सुरक्षाबलों ने इससे पहले 10 अगस्त को किश्तवाड़ के दुल इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया था. यहां भी आतंकियों ने फायर खोल दिया था.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद ढेर हुए कई आतंकी
सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद अभी तक कई आतंकियों को मार गिराया है. सेना ने ऑपरेशन अखल और ऑपरेशन महादेव चलाया था. ऑपरेशन महादेव के दौरान 3 आतंकियों को मार गिराया था. ये आतंकी पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आए थे. सेना ने इससे पहले भी ऑपरेशन के दौरान कई आतंकियों को ढेर किया था.
किश्तवाड़ जिले के दुल इलाके में रविवार (10 अगस्त) सुबह भारतीय सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी. सेना के वाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करके आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन की जानकारी दी थी. सेना ने बताया था कि एक खुफिया जानकारी पर आधारित अभियान के दौरान सतर्क भारतीय सेना के जवानों का 10 अगस्त की सुबह किश्तवाड़ के दुल इलाके में आतंकवादियों के साथ सामना हुआ, जिसके बाद गोलीबारी हुई।
बता दें कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सौ से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था. उसने 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, लेकिन इसके बावजूद आतंकी बार-बार घुसपैठ की कोशिश में लगे रहते हैं।