भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य में भूकंप के झटके महसूस किए गए। राज्य के पूर्वी कामेंग जिले में गुरुवार सुबह भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 3.6 मापी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र 27.77° उत्तरी अक्षांश और 93.12° पूर्वी देशांतर पर था, जिसकी गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी। भूकंप की तीव्रता कम थी, लेकिन इसके झटके कुछ इलाकों में महसूस किए गए।
अफगानिस्तान में भूकंप के झटके
इससे पहले, बुधवार को अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.6 थी, जिसके झटके पूरे हिंदू कुश क्षेत्र में महसूस किए गए। भारतीय समयानुसार, भूकंप शाम 6:57 बजे आया। इसका केंद्र 36.32° उत्तरी अक्षांश और 71.33° पूर्वी देशांतर पर था, जिसकी गहराई 138 किलोमीटर थी।
नेपाल में 4.4 तीव्रता का भूकंप
इससे पहले, पूर्वी नेपाल में 23 अगस्त की देर रात 4.4 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। भूकंप के झटके संखुवासभा जिले और आस-पास के कई क्षेत्रों में महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र के अनुसार, यह भूकंप रात 11 बजकर 15 मिनट पर आया था। भूकंप का केंद्र संखुवासभा जिले के मघांग क्षेत्र में स्थित था। भूकंप की तीव्रता 4.4 दर्ज की गई। भूकंप के झटके इतने तेज़ थे कि स्थानीय लोगों ने घरों और इमारतों में कंपन महसूस किया।
क्यों आता है भूकंप?
भूकंप, धरती की सतह पर अचानक होने वाला एक कंपन है, जो धरती के अंदर स्थित टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल की वजह से होता है। पृथ्वी की ऊपरी परत क्रस्ट कई बड़े-बड़े टुकड़ों में बंटी हुई है, जिन्हें टेक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये प्लेट्स लगातार धीरे-धीरे हिलती रहती हैं।
जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, फिसलती हैं या एक-दूसरे के नीचे-ऊपर जाती हैं, तो इनके किनारों पर बहुत ज्यादा तनाव जमा हो जाता है। एक समय ऐसा आता है जब यह तनाव सहन नहीं हो पाता और वह अचानक एक झटके के रूप में बाहर निकलता है। इसी झटके से धरती हिलती है और भूकंप महसूस किए जाते हैं।