पोस्ट ऑफिस की पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, एनएससी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना जैसी छोटी बचत योजनाओं के निवेशकों के लिए जरूरी खबर है। पोस्ट ऑफिस ने इन योजनाओं के ऐसे खातों की पहचान करना और उन्हें फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो मैच्योर होने के तीन साल बाद तक भी एक्टिव नहीं हुए हैं। इसका मकसद खाताधारकों की रकम को सुरक्षित रखना और अनधिकृत लेन-देन को रोकना है।
पोस्ट ऑफिस हर साल करेगा ऐसे खातों की जांच
नए नियमों के मुताबिक, डाक विभाग हर साल जनवरी और जुलाई में ऐसे खातों की जांच करेगा। अगर आपका कोई अकाउंट मैच्योर हो चुका है और आपने न तो रकम निकाली है और न ही अवधि को बढ़ाया है, तो उसे फ्रीज कर दिया जाएगा। इसके बाद आप उसमें कोई ट्रांजैक्शन, डिपॉजिट, विड्रॉल या ऑनलाइन सर्विस इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
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अकाउंट दोबारा कैसे एक्टिव होगा?
पोस्ट ऑफिस की इन स्कीम्स में मिलता है सबसे ज्यादा ब्याज
भारतीय डाक अपनी 2 लघु बचत योजनाओं पर सबसे अधिक ब्याज ऑफर कर रहा है। ये योजनाएं सुकन्या समृद्धि योजना और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम हैं। इन दोनों स्कीम में 8.2 फीसदी ब्याज दर मिल रही है। इसके बाद नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में 7.7 फीसदी ब्याज दर मिल रही है। इसके अलावा, किसान विकास पत्र में 7.5 फीसदी, पीपीएफ में 7.1 फीसदी, मंथली इनकम स्कीम में 7.4 फीसदी 5 साल की आरडी में 6.7 फीसदी और 5 साल की टीडी में 7.5 फीसदी ब्याज दर मिल रही है।