सरकार ने मकान खरीदने या बनाने वालों को दिवाली गिफ्ट दिया है। बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल ने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने सीमेंट और स्टील पर लगने वाले जीएसटी को 28% से घटाकर 18% कर दिया है। मकान बनाने में सीमेंट और स्टील की लागत कुल मकान की करीब 40 फीसदी होती है। इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि जीएसटी में कटौती से मकान खरीदना सस्ता होगा और लोगों को फायदा मिलेगा। वहीं मकान सस्ते होने से रियल एस्टेट सेक्टर में भी बूम आ सकती है। नई दरें 22 सितंबर से लागू होंगी।
मकान खरीदने वालों को जीएसटी घटने से सीधा फायदा होगा। जानकारों का कहना है कि कंस्ट्रक्शन का खर्च कम होगा, तो प्रॉपर्टी की कीमतें भी कम होंगी। इससे मकान खरीदना आसान हो जाएगा। जानकारों के मुताबिक कंस्ट्रक्शन का खर्च कम होने से डेवलपर्स अच्छे घर बना पाएंगे। खासकर त्योहारों के मौसम में जब लोगों की घर खरीदने की इच्छा बढ़ जाती है। साथ ही प्रोजेक्ट समय पर पूरे होंगे और बिक्री भी बढ़ेगी।
कितने रुपये का होगा फायदा?
सरकार ने सीमेंट और स्टील पर जीएसटी 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दिया है। वहीं ग्रेनाइट और मार्बल जैसी चीजों पर भी जीएसटी कम हुआ है। जीएसटी काउंसिल ने मार्बल और ग्रेनाइट पर टैक्स 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है।
जानकारों के मुताबिक सीमेंट, ग्रेनाइट और मार्बल जैसी चीजों पर टैक्स कम होने से कंस्ट्रक्शन का काम सस्ता होगा यानी मकान की कीमतें कम होंगी। इससे मकान खरीदारों को फायदा होगा। वहीं अगर कोई शख्स अपना खुद का मकान बनवा रहा है तो उसके भी काफी पैसे बचेंगे। एक अनुमान के मुताबिक 50 लाख के मकान पर अब करीब 2 से 3 लाख रुपये बचेंगे।
प्रोजेक्ट का खर्च होगा कम
सीमेंट, स्टील और बाकी चीजों पर कंस्ट्रक्शन की कुल लागत का लगभग 40 से 45% खर्च होता है। जीएसटी घटने से प्रोजेक्ट का खर्च कम होगा। डेवलपर्स ये फायदा मकान खरीदने वालों को दे सकते हैं, जिससे घर खरीदना आसान होगा और डिमांड बढ़ेगी। इससे त्योहारों के सीजन में और तेजी आएगी।
रियल एस्टेट सेक्टर में आएगी बूम
सीमेंट, स्टील आदि में जीएसटी कटौती से रियल एस्टेट सेक्टर में भी बूम आएगी। क्रेडाई (Confederation of Real Estate Developers’ Associations of India) के अध्यक्ष शेखर पटेल ने कहा कि यह एक अच्छा सुधार है। उन्होंने कहा कि सीमेंट पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% करना एक बहुत बड़ा कदम है। इससे रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर पर बहुत अच्छा असर पड़ेगा। पटेल ने कहा कि इस कटौती से कच्चे माल की कुल लागत कम करने में मदद मिलेगी। आखिर में, इससे घर खरीदारों को फायदा होगा और घर खरीदना आसान हो जाएगा।
जीएसटी सुधारों का उद्योग ने किया स्वागत
इंडस्ट्री ने जीएसटी सुधारों का स्वागत किया है। उनके मुताबिक, इससे अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी। सरकार चाहती है कि लोग ज्यादा सामान खरीदें। इसलिए टैक्स कम किए गए हैं। कंपनियां सरकार के इस कदम से खुश हैं। उनका कहना है कि वे जीएसटी की दरों में कमी का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाएंगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल ने 56वीं बैठक में ये फैसले लिए। इस बार सरकार ने 12 और 28 फीसदी के स्लैब को खत्म कर दिया है। अब ज्यादातर चीजें 5 और 18 फीसदी के स्लैब में आएंगी। इससे कई चीजें सस्ती हो जाएंगी। लेकिन, कुछ चीजों पर 40 फीसदी का स्पेशल स्लैब भी लगाया गया है। ये उन चीजों पर लगेगा जो सिन और लग्जरी प्रोडक्ट्स हैं। सिन प्रोडक्ट्स का मतलब है वो चीजें जो सेहत के लिए अच्छी नहीं होतीं, जैसे सिगरेट