बलरामपुर जिले के तातापानी के निकट स्थित लुत्तीसढ़सा में मंगलवार रात लगभग 11 बजे एक पुराना बांध टूट गया। इसके परिणामस्वरूप निचले क्षेत्रों में चार घर बाढ़ की चपेट में आ गए और बह गए। इस दुर्घटना में इन घरों के 8 लोग प्रभावित हुए, जिनमें से दो की शव बरामद हो चुके हैं, जबकि बाढ़ में बह गए अन्य 6 लोगों का अभी तक कोई पता नहीं चला है। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों और रेस्क्यू टीम ने देर रात से ही घटना स्थल पर पहुंचकर कार्यवाही शुरू कर दी है।
घटना रामानुजगंज थाना क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले में दो दिनों से हो रही भारी बारिश से बांध लबालब हो गया था। यह मिट्टी का बांध है, जो साल 1981 में बनाया गया था। ओवर फ्लो होने के कारण रात करीब 11 बजे से 11.30 बजे के बीच मेड़ टूट गई और बांध बह गया।
देर रात ही पुलिस-प्रशासन की टीम लापता लोगों की खोजबीन में जुटी गई।
निचले इलाके में भरा पानी, बहे ग्रामीण
बांध टूटने के कारण पानी निचले इलाके में पहुंच गया। बाढ़ की चपेट में 4 घर आ गए। इन घरों में रहने वाले 8 ग्रामीण तेज पानी में बह गए। घटना की सूचना ग्रामीणों ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष धीरज सिंहदेव को दी।
उन्होंने कलेक्टर और एसपी को हादसे की जानकारी दी। धीरज सिंहदेव करीब 12.30 बजे घटनास्थल पर पहुंचे। देर रात कलेक्टर राजेंद्र कटारा और एसपी वैभव बैंकर सहित प्रशासनिक अधिकारी, रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
दो ग्रामीणों का शव मिला, बाकी की तलाश जारी
बांध के निचले इलाके में रहने वाले रामवृक्ष खैरबार, उसकी पत्नी बतसिया (60), बेटा गणेश खैरबार, बहू रजंती (26), दूसरी बहू, सहित रजंती के दो बच्चे बाढ़ में बह गए। इसमें बतसिया और रजंती का शव झाड़ियों में फंसा मिला।